कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो, दुष्यंत कुमार की लिखी ये पंक्ति हमेशा ही प्रासंगिक रही है और इसके उदाहरण हमें हमेशा कहीं ना कहीं देखने को मिल ही जाते हैं। ऐसे ही एक बिज़नेसमैन हैं कुंवर सचदेव, जिनके पास स्कूल की फीस भरने तक के पैसे नहीं थे, इसलिए उन्होंने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की।
अपने घर खर्च में हाथ बंटाने के लिए कुंवर सचदेव ने अपने भाई के साथ घर – घर जाकर पेन बेचने का काम किया। आज वही कुंवर सचदेव 2300 करोड़ की इन्वर्टर कंपनी Su-Kam के मालिक हैं।
Su-Kam प्लास्टिक बॉडी के इन्वर्टर बनाने वाली दुनिया की पहली कंपनी हैं।
जानिए कुंवर सचदेव की संघर्ष से सफलता की कहानी –
जन्म: | 16 नवंबर 1962, नई दिल्ली |
पिता: | कृष्णलाल सचदेव |
वर्तमान पद: | Su-Kam कंपनी के संस्थापक |
कुल संपत्ति: | 23 सौ करोड़ |
कौन है कुंवर सचदेव?
कुंवर सचदेव का जन्म 16 नवंबर 1962 को नई दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम कृष्णलाल सचदेव है, जो भारतीय रेलवे में क्लर्क थे। कुंवर के 2 भाई और है।
फीस ना होने के कारण की सरकारी स्कूल में पढ़ाई.
कुंवर को पहले एक निजी स्कूल में दाखिला दिलाया गया था, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल से पूरी की। 12वीं में स्कूल टॉप करने के बाद उन्होंने मेडिकल प्रवेश परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हो सके। 1984 में, कुंवर ने दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी में स्नातक किया।
ऐसे की प्रोफेशनल जीवन की शुरुआत.
ग्रेजुएशन के दौरान भी आर्थिक तंगी ने उनका साथ नहीं छोड़ा, इसलिए वे पढ़ाई का खर्चा निकालने के लिए अपने भाई के साथ घर – घर जाकर पेन बेचने लगे। पढ़ाई पूरी होने के बाद कुंवर एक केबल कम्युनिकेशन कंपनी में सेल्स डिपार्टमेंट में नौकरी करने लगे। इस दौरान उन्हें यह समझ आ गया था कि आगे जाकर केबल कनेक्शन की बहुत मांग बढ़ने वाली है। तब उन्होंने 1988 में Su-Kam कम्युनिकेशन सिस्टम्स नाम से कंपनी की शुरुआत की और केबल कनेक्शन में लगने वाले एम्पलीफायर और मॉड्यूलेटर्स बनाने लगे।
ऐसे आया इन्वर्टर बनाने का आईडिया.
उस समय भारत में बिजली की बहुत समस्या थी। कुंवर सचदेव के घर एक इन्वर्टर लगा हुआ था, जो एक दिन खराब हो गया। पहले तो वो खुद इसे खोलकर देखने लगे, उसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी की R&D टीम को घर बुलाया और इन्वर्टर को चेक करने के लिए कहा। टीम ने पाया कि इन्वर्टर के अंदर के सभी पार्ट्स खराब क्वालिटी के थे। तब कुंवर ने खुद की इन्वर्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी शुरू करने का निर्णय लिया और इस तरह से 1998 शुरू हुई इन्वर्टर की लीडिंग कंपनी Su-Kam Power System।
बच्चे को करंट लगने पर आया प्लास्टिक बॉडी का आईडिया.
धीरे – धीरे Su-Kam के इन्वर्टर बहुत ही प्रसिद्ध होने लगे। एक दिन कुंवर के बेटे को खेलते समय इन्वर्टर से करंट लग गया, तब उन्होंने इसकी प्लास्टिक बॉडी बनाने का सोचा। इस तरह से सन 2000 में यह कंपनी प्लास्टिक बॉडी के इन्वर्टर बनाने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गयी।
आज Su-Kam इन्वर्टर के साथ – साथ सोलर प्रोडक्ट भी बनाते हैं और इस कंपनी के प्रोडक्ट 1 लाख से ज्यादा घरों में इस्तेमाल होते हैं। कभी घर – घर जाकर पेन बेचने वाले कुंवर सचदेव आज 23 सौ करोड़ की कंपनी के मालिक हैं।