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क्या आप जानते मार्केटिंग करने का सबसे सस्ता तरीका?

मार्केटिंग आपके बिजनेस के लिए वो जरूरी चीज़ है जो आपको प्रोडक्ट बनाने से पहले ही शुरू करनी पड़ती है। मार्केटिंग का एक सच ये भी है कि इसके लिए काफी सारी मेहनत के साथ बहुत सारा पैसा भी आपको खर्च करना पड़ता है। लेकिन एक ऐसा तरीका है जिसके जरिए आप सबसे सस्ते में सबसे अच्छी मार्केटिंग कर सकते हैं। लो कॉस्ट मार्केटिंग का सबसे अच्छा तरीका है मोमेंट मार्केटिंग, अब ये क्या है और किस तरह से की जा सकती हैं चलिए जानते है।

मोमेंट मार्केटिंग (Moment Marketing)

मोमेंट मार्केटिंग वो मार्केटिंग होती है जो किसी खास मौके पर की जाती है इसमें चल रहे ट्रेंडिंग इवेंट्स का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कुछ खास तरह न्यूज, वीडियो या फिर मीम्स को इस्तेमाल करके मार्केटिंग इवेंट को डिजाइन कर सकते हैं। ये मार्केटिंग इसी लिए सस्ती पड़ती है क्योंकि लोग पहले से ही उस इवेंट के बारे में जान रहे होते हैं आपको बस उसी में अपनी बात को जोड़ना होता है। मोमेंट मार्केटिंग के अनगिनत उदाहरण आज मौजूद हैं।

एक बार एक्टर राहुल बोस ने एक होटल में दो केले ऑर्डर किए जिसका बिल होटल ने होटल ने उन्हें 442 रुपए भेजा। राहुल बोस ने इस बारे में ट्वीट कर दिया और कहा कि होटल ने उनसे गलत चार्ज किया है। ये किस्सा इतना अतरंगी था कि हाथों हाथ सोशल मीडिया पर ना सिर्फ वायरल हो गया बल्कि एक सोशल मीडिया मीम भी बन गया। 

इस मौके का फायदा उठाते हुए बहुत सारे ब्रांड्स ने अपनी मोमेंट मार्केटिंग शुरू कर दी जैसे एमेजॉन ने कहा कि हम तो 442 रुपए में तीन महीने की प्राइम मेंबरशिप दे देते हैं, जिसमें फ्री डिलीवरी, म्यूजिक स्ट्रीमिंग, ई बुक्स और स्टूडेंट डिस्काउंट भी शामिल है, इस सबके बाद 55 रूपये आपके बच भी जायेंगे।पिज़्ज़ा हट ने कहा कि 442 में दो केले लेने से अच्छा है आप 99 में पिज्जा लीजिए। इस मौके का सभी ने जमकर फायदा उठाया।

जोमेटो के एक ट्वीट बना मोमेंट मार्केटिंग का मौका

जोमैटो अपने क्रिएटिव ट्वीट्स के लिए फेमस है, एक बार उन्होंने ट्वीट किया कि “कभी कभी घर का खाना भी खा लेना चाहिए”। ये ट्वीट वायरल हो गया क्योंकि एक खाना डिलीवर करने वाली कंपनी ही घर का खाना खाने को कह रही थी। इसके बाद ये मीम बन गया और बड़े बड़े ब्रांड्स ने इस लाइन का इस्तेमाल करके अपनी मार्केटिंग शुरू की।

जैसे यूट्यूब ने ट्वीट किया कि “कभी कभी रात के तीन बजे फोन साइड रख के सो जाना चाहिए”। एमेजॉन प्राइम ने लिखा “कभी कभी केबल पर भी कुछ देख लेना चाहिए”। डाबर हाजमोला ने लिखा “कभी कभी कुछ खुद बातें हजम कर लेनी चाहिए”। ये सब जोमोटो के ट्वीट को रीट्वीट करके किया जा रहा था, इसीलिए आखिर में जोमोटो ने खुद ही इन सबके ट्वीट का स्क्रीनशॉट लगाकर फिर से ट्वीट किया और कहा “कभी कभी खुद के अच्छे ट्वीट भी सोच लेने चाहिए”। 

इस तरह से एक पूरा मोमेंट मार्केटिंग का मोमेंट बन गया जिसमें सभी बड़े ब्रांड्स शामिल हो गए। बिना किसी खर्चे की सिर्फ क्रिएटिव सोच के दम पर ये कैंपेन अपने आप ही क्रिएट हो गया, इसे मीम मार्केटिंग भी कहा जाता है जो आजकल कभी ट्रेंड में है। इसीलिए इस तरह की मार्केटिंग को लो कॉस्ट मार्केटिंग में रखा जाता है जो कि काफी ज्यादा प्रभावशाली भी होती है। 

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Sandhya Yaduvanshi

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