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जानिए क्या होता है “कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट”?

बजट बनाकर काम करने से सारे काम सही और सटीक तरीके से होते हैं, लेकिन बिजनेस बजट कई तरह के होते हैं। इस सभी का बिजनेस में अलग अलग रोल होता है। लेकिन जब बात बिजनेस को आगे बढ़ाने यानि उसे एक्सपैंड करने की आती है तो “कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट” (Capital Expenditure Budget) को बनाया जाता है। क्या है ये किस तरह से काम करता है है चलिए जानते हैं। 

क्या है “कैपिटल एक्सपेंडीचर बजट”? 

जब कोई बिजनेसमैन अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने की सोचता है तो उसे अपने बिजनेस के लिए बहुत सारा इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है। उस नए बिजनेस के लिए उसे जमीन, ऑफिस, मशीनरी और फर्नीचर खरीदना पड़ता है जिसे फिक्स्ड असेट कहा जाता है। कई बार पुराने बिजनेस में ही एक टाइम के बाद फिक्स्ड असेट्स को बदलने या रिपेयर करने की जरूरत पड़ जाती है, इसीलिए इनमें काफी ज्यादा पैसा भी खर्च होता है। 

एक साथ बड़ी मात्रा में पैसा खर्च होने की वजह से बिजनेस के कैश फ्लो पर काफी ज्यादा असर पड़ता है। तब कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट इस तरह के खर्चों की प्लानिंग करने में मदद करता है। कैपटल एक्सपेंडीचर वो बजट होता है जिससे किसी भी असेट की लाइफ वैल्यू को बढ़ा देता है।

इसे ऐसी समझ सकते हैं, मान लीजिए अगर आपकी कार पुरानी हो गई है उसके इंजन को बदलने की जरूरत है, और अगर इंजन बदल दिया तो कार फिर से पहले जैसी चलने लगेगी। तो जो भी खर्चा आप कार के इंजन को बदलने के लिए करेंगे वो कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट के अंतर्गत आएगा क्योंकि इस खर्चे को करने से आपकी कार की लाइफ वैल्यू फिर से बढ़ जाएगी। 

लेकिन अगर आपकी कार का सिर्फ एक स्पार्क प्लग ही खराब हुआ है और आप उसे ठीक करवाने के लिए खर्चा करते हैं, तो ये कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट नहीं कहलाएगा क्योंकि स्पार्क प्लग बदलने से आपकी कार की लाइफ वैल्यू में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। 

कैसे बनाएं “कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट”?

कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट बनाने के लिए आपको कई तरह की चीज़ों को ध्यान में रखना पड़ता है, जैसे बिजनेस का एक्सपेंशन प्लान, प्रेजेंट कैपिसिटी, नई टेक्नोलॉजी और फिलहाल कंपनी में असेट्स किस हालत में काम कर रहे हैं इन सभी पर गौर करना पड़ता है। ये सभी चीजें ध्यान में रखकर ही भविष्य के कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट को तय किया जाता है। 

तो इस तरह से आप अपने बिजनेस के कैपिटल एक्सपेंडिचर बजट को बना सकते हैं और अपनी कंपनी के भविष्य में होने वाले खर्चों को पहले से ही प्लान कर सकते हैं। 

 

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