कई बार किसी काम को शुरू करने के लिए, घर खरीदने के लिए या फिर कोई सामान खरीदने के लिए हमें लोन लेने की जरूरत पड़ती है। लोन की जरूरत सिर्फ आम व्यक्ति को ही नहीं बल्कि कई बार बड़ी बड़ी कंपनीज और देशों को भी पड़ जाती है। आम व्यक्ति किसी भी नॉर्मल बैंक से लोन लेता है लेकिन जब किसी देश को लोन की जरूरत पड़ती है तो वो किसी दूसरे देश से या फिर वर्ल्ड बैंक से लोन लेता है। लेकिन लोन लेने के क्या फायदे और क्या नुकसान होते हैं चलिए जानते हैं।
क्या है बैंक लोन लेने के फायदे?
1991 से पहले देश में बैंक लोन की सुविधा नहीं थी, उस ज़माने में लोग कार खरीदना तो चाहते थे लेकिन उनके पास इकट्ठा इतना पैसा नहीं होता था कि वो उस कार को एक बार में खरीद सकें। लेकिन 1991 में जब देश की फाइनेंशियल पॉलिसीज बदली तो बैंक्स ने आम लोगों को लोन देना शुरू कर दिया।
बैंक के लोन देने से पहला फायदा ये हुआ कि अब लोग अपनी पसंद की चीजें खरीद पा रहे थे, अब लोगों को महंगा घर या गाड़ी खरीदने के लिए पूरा पैसा खुद जमा करने की जरूरत नहीं थी, उन्हें बैंक से मदद मिलने लगी थी। इस बात का फायदा कार और घर बेचने वाली कंपनीज को भी हुआ क्योंकि इसकी वजह से मार्केट में उनके प्रोडक्ट की डिमांड और बिक्री पहले से काफी ज्यादा बढ़ गई थी।
दूसरा एक फायदा ये भी है कि लोन लेने से बैंक का आपके ऊपर विश्वास बनता है और आपका क्रेडिट स्कोर भी बेहतर होता है। मान लीजिए आज आपने एक छोटा लोन लिया और उसे समय से बैंक को चुका दिया तो बैंक का आपके ऊपर भरोसा बन जाता है। यही भरोसा आपके क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाता है जिसकी वजह से आप बाद में बैंक से एक बड़ा लोन बड़ी आसानी से लेकर आपने काम को कर सकते हैं।
बैंक लोन लेने के नुकसान-
बैंक लोन से अगर आपको कई तरह के फायदे मिलते हैं तो कुछ नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।
कोई भी बैंक जब लोन देती है तो उसके ऊपर ब्याज भी लगाती है और जब आप पैसा वापस करते हैं तो आपने जितना पैसा लिया होता है उससे ज्यादा बैंक को वापस करना पड़ता है। भारत में बैंक लोन की ब्याज दर विदेशों से थोड़ी ज्यादा है।
लोन लेने से आपका कर्ज़ के जाल में फंसने का भी डर बना रहता है, हो सकता है पहली बार लिया हुआ लोन आप टाइम पर ना चुका पाएं ऐसी हालत में उस पुराने को चुकाने के लिए आपको एक नया लोन लेना पड़ जाता है। इस तरह से व्यक्ति एक डेब्ट ट्रैप में फंसकर रह जाता है।
इतना ही नहीं लोन समय पर ना चुकाने की वजह से आपको पेनल्टी के तौर पर भी एक्स्ट्रा पैसा बैंक को देना पड़ता है। और जब ऐसा होता है तो आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो जाता है, बैंक का आपके ऊपर से विश्वास उठ जाता है। जिसकी वजह से आपको जरूरत के वक्त बैंक से पैसा लेने में दिक्कत आती है।